इबोला प्रकोपः सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी
18 जुलाई, 2019 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कांगो में बढ़ते इबोला संकट को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपात की घोषणा की गयी थी। यह घोषणा इबोला पर संयुक्त राष्ट्र की जेनेवा बैठक के दौरान लिया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य
- अगस्त, 2018 में इबोला का दूसरा बड़ा प्रकोप फैलने के बाद से अब तक 1600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बार इबोला का प्रकोप ऐसे क्षेत्र में है, जो युद्धग्रस्त क्षेत्र के रूप में घोषित है।
नोटः WHO द्वारा घोषित यह वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति अब तक के इतिहास में 5वीं ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
- 2 लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण
- 3 स्वदेशी एंटीबायोटिक : नैफिथ्रोमाइसिन
- 4 प्रकाश संश्लेषण में सक्षम पशु कोशिकाएं
- 5 सेल-आधारित बायोकंप्यूटर
- 6 LiDAR तकनीकि के माध्यम से माया सभ्यता के शहर कि खोज
- 7 5G ग्रामीण कनेक्टिविटी
- 8 लकड़ी के पैनल वाला उपग्रह
- 9 डब्ल्यूएचओ द्वारा मंकीपॉक्स परीक्षण को मंजूरी
- 10 फ्लोरोसेंट नैनोडायमंड्स की क्वांटम क्षमता