सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2021-22
- भारत सरकार ने 30 अगस्त, 2021 को भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह से 2021-22 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond scheme) की छठीं श्रेणी की शुरुआत की।
- यह योजना पहली बार 2015 में स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (Gold Monetisation Scheme) के नाम से शुरू की गयी थी।
प्रमुख विशेषताएं
- बांड की अवधि 8 वर्ष के लिए है और 5वें वर्ष के बाद योजना से बाहर निकलने का विकल्प अगले ब्याज भुगतान (Interest Payment) की तारीखों पर प्रयोग किया जा सकता है।
- निवेश की न्यूनतम तथा अधिकतम अनुमति सीमाः सोने में निवेश की न्यूनतम सीमा 1 ग्राम ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 'श्वेत क्रांति 2.0' पर मानक संचालन प्रक्रिया
- 2 महामारी निधि परियोजना
- 3 भारत के कपड़ा क्षेत्र पर व्यापार संबंधी आंकड़े
- 4 700 अरब डॉलर से अधिक का फॉरेक्स रिजर्व
- 5 बहुपक्षीय विकास बैंकों की स्थापना में ग्लोबल साउथ का योगदान
- 6 चार एनबीएफसी को ऋण देने पर रोक
- 7 खनिज सुरक्षा भागीदारी वित्त नेटवर्क
- 8 एग्रीश्योर फंड और कृषि निवेश पोर्टल का शुभारंभ
- 9 डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी
- 10 जल विद्युत परियोजनाओं हेतु बजटीय सहायता की योजना में संशोधन
- 1 मौद्रिक नीति रिपोर्ट
- 2 डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (संशोधन) अधिनियम, 2021
- 3 उभरते सितारे कोष
- 4 सीमित देयता भागीदारी (संशोधन) अधिनियम, 2021
- 5 जी-एम- सोयमील को आयात की अनुमति
- 6 पूर्वव्यापी कर की समाप्ति तथा करारोपण का संप्रभु अधिकार
- 7 गति शक्ति योजना
- 8 राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-पाम ऑयल