स्त्री-पुरुष संबंधः परिवर्तनशील नैतिक मानदंड

डॉ. आशुतोष कुमार राय

वर्ष 2005 में दक्षिण भारतीय अभिनेत्री खुशबू ने एक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा था कि विवाह पूर्व शारीरिक संबंध बनाने में कोई बुराई नहीं है और पुरुषों को अपनी पत्नियों से वर्जिनिटी की आशा नहीं करनी चाहिए। इस बयान के आते ही खुशबू के खिलाफ तमिलनाडु में छोटे-बड़े कुल 22 कोर्ट केस किए गए और 2008 में चेन्नई उच्च न्यायालय ने खुशबू के खिलाफ निर्णय दिया। बाद में 2010 में सर्वोच्च न्यायालय ने खुशबू के पक्ष में फैसला सुनाते हुए ऐतिहासिक निर्णय दिया कि जब दो वयस्क एक साथ आपसी ....

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