सिविल सेवा यूपीपीएससी मुख्य परीक्षा (हल प्रश्न-पत्र-I)

पेपर-I

1.प्राचीन भारत में ‘प्रयागराज’के सांस्कृतिक महत्व का वर्णन कीजिये।

उत्तरः प्राचीन काल से ही उत्तर प्रदेश को संस्कृति की नई-नई धाराएं सींचती आई है, जिसके काशी, अयोध्या, मथुरा तथा प्रयाग प्रमुख केंद्र रहे हैं, इनमें से प्रयाग का अपना विशेष महत्व रहा है, जो निम्नलिखित हैं-

  • यहां प्रति 12 वर्ष में लगने वाला कुम्भ मेला जहां देश के कोने-कोने से लोग आते थे। संस्कृति एवं सभ्यता का अनुपम संगम है।
  • पुराणों में ऐसी मानता है कि भगवान राम ने राजा दशरथ का पीड़दान यही संगम के किनारे स्थित कल्पवृक्ष के नीचे किया था।
  • यहां गंगा, यमुना एवं सरस्वती के संगम पर प्रतिवर्ष ....
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