प्रौद्योगिकी, जो तय करेंगी भारत का भविष्य

सत्य प्रकाश

  • कोविड-19 के प्रसार के पश्चात विश्व के कई हिस्सों में लॉकडॉउन लगाया गया, और लोग अपने घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए, लेकिन प्रौद्योगिकी के विभिन्न माध्यमों की सहायता से लोग घर में रहते हुए भी अपने परिजनों से संपर्क में रहे। पहले की तरह मूलभूत सुविधाओं का लाभ उठाते रहे। इसके साथ ही घर से विभिन्न सुविधाओं के मूल्य का भुगतान भी करते रहे।
  • प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में लगातार सुधार कर रही है। हर वर्ष दर्जनों नई तकनीकों और उत्पादों का आविष्कार किया जाता है जो हमारे दिन-प्रतिदिन के जीने के तरीके को ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विशेष