भीमा-कोरेगांव युद्ध की 205वीं वर्षगांठ

हाल ही में भीमा-कोरेगांव युद्ध (Bhima-Koregaon battle) की 205वीं वर्षगांठ के अवसर पर महाराष्ट्र के पुणे में लोगों की भारी भीड़ ‘जय स्तंभ’ नामक सैन्य स्मारक पर एकत्रित हुई।

  • भीमा-कोरेगांव युद्ध, तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध की अंतिम लड़ाइयों में से एक थी, जिसने पेशवा प्रभुत्व को समाप्त कर दिया था।

भीमा-कोरेगांव युद्ध

यह लड़ाई 1 जनवरी, 1818 को महाराष्ट्र के कोरेगांव में मराठा शासक पेशवा बाजीराव द्वितीय (Baji Rao II) तथा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के 834 सैनिकों के बीच हुई थी।

  • अंग्रेजों की ओर से इन 834 पैदल सैनिकों ने (जिनमें लगभग 500 सैनिक महार समुदाय से थे) पेशवा बाजीराव द्वितीय की ....
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