क्लाइमेट फाइनेंस : जलवायु शमन एवं अनुकूलन में इसकी भूमिका
जलवायु वित्तीयन यानी क्लाइमेट फाइनेंस पिछले एक से अधिक दशक से विकसित एवं विकासशील देशों के मध्य मतभेद का विषय रहा है। वर्तमान में विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन से निपटने वाले कार्यों को लागू करने हेतु निवेश के लिए धन की कमी है। ऐसे में क्लाइमेट फाइनेंस पवन या सौर जैसी अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में वित्तपोषण को बढ़ावा देकर विकासशील देशों को ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में सहायता कर सकता है| यह समुदायों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुकूल बनाने में भी मदद कर सकता है।
वर्ष 2022 में दिल्ली में 1951 के बाद से अप्रैल माह ....
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