केरल की सिल्वरलाइन परियोजना

राजनीतिक दलों के साथ-साथ नागरिक संगठन जैसे ‘के-रेल सिल्वरलाइन विरुद्ध जनकीय समिति’ केरल की सिल्वरलाइन परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

  • पर्यावरणविदों का मानना है कि सिल्वरलाइन से पर्यावरण को बहुत नुकसान होगा क्योंकि इसका मार्ग कीमती आर्द्रभूमि, धान के खेतों और पहाड़ियों से होकर गुजरता है।
  • सिल्वरलाइन परियोजनाः यह एक सेमी हाई स्पीड रेलवे परियोजना है।
  • प्रस्तावित 529.45 किलोमीटर की रेलवे लाइन दक्षिण में तिरुवनंतपुरम को उत्तर में कासरगोड से जोड़ेगी, जिसमें 11 स्टेशनों के माध्यम से 11 जिलों को शामिल किया जाएगा।
  • परियोजना के पूरा होने पर कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के बीच यात्रा का ....
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