क्या 21वीं सदी के नेटिज़ेंस के लिए गोपनीयता एक भ्रम है?

21वीं सदी में विकास प्रक्रिया में तकनीकी प्रगति के साथ नवाचार एक महत्वपूर्ण ईंधन की भूमिका निभा रहा है। वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक लगातार ऐसे तंत्रों का निर्माण कर रहे हैं, जिनके माध्यम से सरकारी एवं निजी क्षेत्र की कार्य कुशलता में वृद्धि की जा रही है। देश की सुरक्षा तथा आपराधिक गतिविधियों की निगरानी से लेकर कोविड-19 महामारी जैसी त्वरित आवश्यकताओं में भी निगरानी प्रणाली तथा नवाचार का व्यापक उपयोग किया जा रहा है। इन सभी प्रक्रियाओं में वृहद स्तर पर निर्मित होने वाले व्यक्तिगत एवं सामूहिक डेटा (आंकड़ों) की सुरक्षा संबंधी प्रश्न महत्वपूर्ण हो गए हैं। ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री