नागरिकों के अधिकार बनाम कर्तव्य

अधिकार एवं कर्तव्य एक दूसरे के पूरक हैं। एक व्यक्ति का अधिकार, दूसरे व्यक्ति के लिए कर्तव्य या दूसरे व्यक्ति का कर्तव्य, पहले व्यक्ति के लिए अधिकार हो सकता है। इन दोनों में से किसे प्रधानता दी जाए यह हमेशा बहस का विषय रहा है।

  • हेरोल्ड लास्की के अनुसार एक व्यक्ति का अधिकार, उसके लिए कर्तव्य भी है। सामान्यतः कर्तव्य को दायित्व तथा अधिकार को वैधानिक अधिकार माना जाता है। समाज का सदस्य होने के नाते एक व्यक्तिके लिए अधिकार एवं कर्तव्य अनिवार्य हैं और इसे भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों के रूप में निहित किया गया है।

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