भारत में संसदीय प्रक्रिया

कार्यवाही से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु, बहस, प्रस्ताव, विधेयकों के प्रकार, विधि निर्माण की प्रक्रिया, केंद्रीय बजट एवं संसदीय समितियां

14 सितंबर, 2020 से शुरू हुए संसद के मॉनसून सत्र में कोविड-19 महामारी के प्रसार को ध्यान में रखते हुए प्रश्न काल के समय को व्यपगत कर दिया गया। इस कदम का विपक्षी दलों द्वारा व्यापक विरोध किया गया। सामान्यतया, लोकसभा की बैठक का पहला घंटा प्रश्नों के लिए होता है इसे ही प्रश्न काल कहा जाता है। संसदीय कार्यवाही में इसका विशेष महत्व है। प्रश्न पूछना सदस्यों का जन्मजात और उन्मुक्त संसदीय अधिकार है।

  • संसद देश में कानून बनाने वाली सर्वाेच्च ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विशेष