सिविल सेवा आईएएस-पीसीएस मुख्य परीक्षा (हल प्रश्न-पत्र-I)

पेपर-I

1- ‘नागर और द्रविड़ वास्तुकला शैलियों का समावेश और संकरण चालुक्य वास्तुकला की पहचान है।’ इस कथन का परीक्षण कीजिए।

उत्तरः दक्कन के दक्षिणी भाग में चालुक्य राजाओं ने शासन किया, जहाँ वास्तुकला की कुछ सबसे अधिक प्रयोगात्मक मिश्रित शैलियाँ पाई जाती हैं। प्रारंभिक दौर में पत्थर को काट कर गुफाओं के रूप में वास्तुकला का विकास हुआ, उतरार्द्ध में संरचनात्मक मंदिरों का निर्माण हुआ।

  • चालुक्य वास्तुकला शैली पर नागर और द्रविड़ वास्तुकला शैलियों का प्रभाव पाया जाता है। मंदिर, सहायक भवन और पंचायतन शैली की योजना, नागरा वास्तुकला के समान है। मंदिरों में गर्भगृह में प्रवेश करने की ....

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