मानवीय गरिमा के हकदार , घोषित विदेशी
- गौहाटी उच्च न्यायालय ने 7 अक्टूबर, 2020 को कहा कि विदेशी घोषित किए गए लोगों को निरोधक केंद्रों (Detention Centres) के रूप में जेलों में रखकर उन्हें बुनियादी मानवाधिकारों और मानवीय गरिमा से वंचित नहीं किया जा सकता।
- अदालत ने जेल परिसर के बाहर निरोधक केंद्र स्थापित करने तथा निरोधक केन्द्रों हेतु निजी परिसरों को किराए लेने के संबंध में लिए गए कदमों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए असम सरकार को एक नोटिस भी जारी किया।
निर्णय के मुख्य बिंदु
- उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि निरोधक केंद्रों के रूप में इस्तेमाल की जा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फायरफ्लाइज़, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह
- 2 पिग बूचरिंग घोटाला/निवेश घोटाला
- 3 अंजी खड्ड पुल
- 4 2025 ‘सुधारों का वर्ष’
- 5 क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकी से विकसित पहला बेबी कोरल
- 6 छत्तीसगढ़ वनों को हरित GDP से जोड़ने वाला भारत का पहला राज्य
- 7 हरित परिवर्तन योजना पर कार्यशाला
- 8 बाघों का अंतर-राज्यीय स्थानांतरण
- 9 57वां बाघ अभयारण्य
- 10 ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 अंतरराज्यीय नदी जल विवादः उपबंध एवं सुझाव
- 2 न्यायालय की अवमानना एवं इससे संबंधित मुद्दे
- 3 जियो-टैगिंग से जुड़ी गलती पर हलफनामा देगा ट्विटर
- 4 बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद में चुनाव
- 5 जम्मू-कश्मीर में गैर-निवासी भी खरीद सकेंगे संपत्ति
- 6 प्राकृतिक गैस हेतु विपणन सुधार
- 7 भारत और जापान के मध्य सहयोग समझौता
- 8 विश्व खाद्य कार्यक्रम एवं भारत
- 9 वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग
- 10 स्वदेशी सुपरकंप्यूटर