उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्राचीन शुष्क नदी की खोज
केंद्रीय जल मंत्रलय ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक पुरानी, सूख चुकी नदी की खु दाई की है, जो गंगा और यमुना नदियों को जोड़ती है। मंत्रलय द्वारा हाल ही में आयोजित एक सम्मेलन में इसे ‘प्राचीन भूमिगत नदी’ के रूप में वर्णित किया गया।
- लगभग 4 किमी चौड़ी तथा 45 किमी लंबी यह प्राचीन नदी मिट्टðी के नीचे दबी हुई 15 मीटर मोटी परत से बनी है। इस खोज से सम्बंधित रिपोर्ट ‘द हिंदू’ नामक समाचार पत्र में हाल ही में प्रकाशित की गई।
भूमिगत पैलियोचैनल के रूप में खोज
- मथुरिया के अनुसार, नई खोजी गई नदी एक ‘भूमिगत ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत में 'एडाप्टिव डिफेंस' की आवश्यकता
- 2 दिव्यांगजनों के लिए सुगम्यता एक मौलिक अधिकार: सुप्रीम कोर्ट
- 3 यौन उत्पीड़न का मामला समझौते के आधार पर रद्द नहीं किया जा सकता
- 4 अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
- 5 PMLA के तहत लोक सेवकों पर मुकदमा चलाने के लिए पूर्व अनुमति आवश्यक
- 6 सभी निजी संपत्तियां 'समुदाय के भौतिक संसाधनों' का हिस्सा नहीं
- 7 उ. प्र. मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम की संवैधानिक वैधता बरकरार
- 8 74वें संविधान संशोधन के कार्यान्वयन पर निष्पादन लेखापरीक्षा रिपोर्ट
- 9 अंतर-राज्यीय परिषद का पुनर्गठन
- 10 फेक न्यूज़ पर अंकुश लगाने के तंत्र की समीक्षा