भारतीय मानसून एवं संबंधित अवधाारणाएं

मानसून जलवायु सिद्धान्त की एक ऐसी अवधारणा है, जिसके अनुसार ऋतु परिवर्तन के साथ ही पवनों की दिशा भी परिवर्तित हो जाती है। इसके साथ ही मौसम की विभिन्न दशाओं में भी परिवर्तन हो जाता है। यद्यपि भारत की जलवायु की बात करें तो यह दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व एशिया में पायी जाने वाली उष्ण मानसूनी प्रकार की है।

दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में वर्षा के कारण, मानसून की उत्पत्ति को समझने में सहायता प्रदान करते हैं। इसको तीन चरणों में विभाजित किया जा सकता है-

  1. मानसून का आगमन और उसका स्थल की ओर बढ़ना।
  2. वर्षा लाने वाले तंत्र (चक्रवात) तथा मानसूनी ....

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