भूगोल

  • प्रायद्वीपीय पठारः यह एक प्राचीन भू-भाग है, जो मुख्य रूप से आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से निर्मित है।
    • प्रायद्वीपीय पठार एक अनियमित त्रिभुजाकार आकृति वाला भूखंड है, जहाँ कम ऊँची पहाडि़यों एवं चौड़ी घाटियां पायी जाती हैं।
    • इसका विस्तार उत्तर-पश्चिम में अरावली पर्वतमाला व दिल्ली तक, पूर्व में राजमहल की पहाडि़यों, पश्चिम में गिर पहाडि़यों, दक्षिण में कार्डमम पहाडि़यों तथा उत्तर-पूर्व में शिलाँग एवं कार्बी-एंगलोंग पठार तक है।
  • लक्षद्वीप समूहः यह भारत का सबसे छोटा संघ राज्यक्षेत्र है। इस द्वीपसमूह में 12 एटोल, तीन रीफ, पांच जलमग्न बैंक और दस बसे हुए द्वीप शामिल हैं।
    • इसकी राजधानी कवरत्ती है ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

नियमित स्तंभ