मैंग्रोव वृक्षारोपण के लिए मिष्टी योजना की घोषणा की गई
केंद्रीय बजट 2023 में मैंग्रोव वृक्षारोपण के लिएमिष्टी योजना की घोषणा की गई है इस योजना का मुख्य उद्देश्य समुद्र तट के किनारे मैंग्रोव वृक्षारोपण करना है। मिष्ठी योजना का मुख्य उद्देश्य फ्मैंग्रोव वनों का संरक्षणय् करना है
मुख्य तथ्यः इस योजना के तहत देश के तटीय इलाकों में मैंग्रोव के पौधे रोपे जाएंगे। मिष्टी (MISHTI) समुद्र तट के किनारे मैंग्रोव वन की रक्षा करेगी। बंगाल में मिष्टी का मतलब मीठा होता है।
- मैंग्रोव वन आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान और निकोबार, गोवा, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में फैले हुए हैं।
- इस योजना का क्रियान्वयन CAMPA फंड, MGNREGS और अन्य स्रोतों को मिलाकर लागू किया जाएगा। CAMPA फंड का अर्थ है Compensatory Afforestation Fund Management and Planning Authority (क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन और योजना प्राधिकरण)।
- मैंग्रोव कुल भारतीय भौगोलिक क्षेत्र का 0.15% कवर करते हैं। यह लगभग 4,975 वर्ग किलोमीटर है। अकेले पश्चिम बंगाल राज्य में भारत के मैंग्रोव का 42.45% है।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 वनलाइनर समसामयिकी
- 2 नीलगिरी तहर परियोजना
- 3 कुनो को चीते भेजने के लिए समझौता ज्ञापन
- 4 आंध्र प्रदेश में ओलिव रिडले कछुओं की सामूहिक मृत्यु
- 5 फ़ुकुशिमा के प्रदूषित जल को समुद्र में छोड़ने की मंजूरी
- 6 येलो बैंड डिजीज से प्रवालों को नुकसान
- 7 हैदरपुर आर्द्रभूमि को जल-रहित किया गया
- 8 नीलकुरिंजी संरक्षित पौधों की सूची में शामिल