श्रीलंका में विदेशी मुद्रा संकट
अक्टूबर 2021 में श्रीलंका ने गंभीर विदेशी मुद्रा संकट के बीच अपने कच्चे तेल की खरीद के भुगतान करने के लिए ‘भारत-श्रीलंका आर्थिक साझेदारी व्यवस्था’ के तहत भारत से 500 मिलियन डॉलर की ऋण सुविधा की मांग की है।
महत्वपूर्ण तथ्यः श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री उदय गम्मनपिला द्वारा जनवरी 2022 तक ही ईंधन की मौजूदा उपलब्धता की चेतावनी के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया।
- महामारी के कारण पर्यटन और प्रेषण से देश की कमाई पर असर पड़ने के बाद श्रीलंका एक गंभीर विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहा है।
- वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने श्रीलंका को इस साल तेल आयात पर अधिक खर्च करने के लिए मजबूर किया है।
- देश के सकल घरेलू उत्पाद में 2020 में रिकॉर्ड 3.6% का संकुचन हुआ है और जुलाई 2020 से एक साल में इसके विदेशी मुद्रा भंडार में आधे से अधिक गिरावट से यह 2.8 बिलियन डॉलर हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 भारत और पुर्तगाल संबंध
- 3 आर्कटिक पर्माप्रफ्रॉस्ट पर ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव
- 4 फ़ुमियो किशिदा जापान के नए प्रधानमंत्री
- 5 भारत-ऑस्ट्रेलिया नौसेना से नौसेना वार्ता
- 6 अफ़गानिस्तान पर जी-20 असाधारण शिखर सम्मेलन
- 7 डेम सैंड्रा मेसन बारबाडोस की पहली राष्ट्रपति निर्वाचित
- 8 अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन महासभा की चौथी बैठक
- 9 भारत-डेनमार्क संबंध
- 10 ग्लोबल थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट 2021
- 11 नया क्वाड आर्थिक फ़ोरम
- 12 नई औद्योगिक क्रांति पर ब्रिक्स साझेदारी ‘पार्टएनआईआर’
- 13 18वां भारत-आसियान शिखर सम्मेलन
- 14 सऊदी अरब ने लॉन्च किया नेशनल इंप्रफ्रास्ट्रक्चर फ़ंड
- 15 भारतीय मूल की अनीता आनंद कनाडा की नई रक्षा मंत्री
- 16 अफ़गानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र विशेष ट्रस्ट फ़ंड
- 17 ऊर्जा संक्रमण में इटली-भारत रणनीतिक साझेदारी
- 18 रूल ऑफ़ लॉ इंडेक्स 2021
- 19 चौथी-तिमाही हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2021
- 20 भारत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के लिए फि़र से निर्वाचित
- 21 16वां जी-20 शिखर सम्मेलन
- 22 वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2021
- 23 वैश्विक खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2021
- 24 पहला मलेरिया रोधी टीका