चर्चित स्थल

पुरी

पुरी 24 घंटे सातों दिन सीधे नल से उच्च गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराने वाला भारत का पहला शहर बन गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 26 जुलाई, 2021 को पुरी में ‘ड्रिंक फ्रॉम टैप प्रोजेक्ट’ (Drink from Tap project) का उद्घाटन किया।

  • भारत के किसी भी महानगर में अभी तक ऐसी सुविधा नहीं है। इस तरह की सुविधाएं केवल लंदन, न्यूयॉर्क और सिंगापुर जैसे विश्व स्तरीय शहरों में उपलब्ध हैं।
  • इस परियोजना से पुरी के 2.5 लाख नागरिकों और हर साल आने वाले 2 करोड़ पर्यटकों को लाभ होगा। इससे पुरी पर पानी की बोतल के लगभग 400 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे का बोझ नहीं पड़ेगा।
  • पुरी में 400 स्थानों पर पानी के फव्वारे विकसित किए गए हैं।
  • इसी तरह की एक परियोजना ओडिशा के 16 अन्य शहरी केंद्रों में कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में है।

कांडला

देश का सबसे पुराना निर्यात क्षेत्र ‘कांडला विशेष आर्थिक क्षेत्र’ (Kandla Becomes First Green Special Economic Zone- KASEZ), औद्योगिक शहरों की श्रेणी में मौजूदा शहरों के लिए इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल ‘ग्रीन सिटीज रेटिंग’

(IGBC Green Cities Rating) के तहत जुलाई 2021 में प्लैटिनम रेटिंग प्राप्त करने वाला भारत का ‘पहला हरित औद्योगिक शहर’ (पहला हरित विशेष आर्थिक क्षेत्र) बन गया है।

  • 2019 में KASEZ में 25,000 पेड़ों की तुलना में, वर्तमान में 1000 एकड़ में 3.5 लाख पेड़ हैं। इनमें से अधिकांश पेड़ 2019 के बाद मियावाकी वनीकरण पद्धति का उपयोग करके लगाए गए हैं। पेड़ों के रोपण ने लवणता को कम करने में मदद की है और ऊपरी मृदा की गुणवत्ता में सुधार किया है।
  • इसके अलावा, KASEZ ने पानी के रिसाव को रोकने के लिए क्षेत्र के अंदर बनाए गए कृत्रिम जल निकायों को पंक्तिबद्ध करने के लिए प्लास्टिक कचरे का भी इस्तेमाल किया है।

जीके फ़ैक्ट

  • गुजरात राज्य के कच्छ जिले में स्थित KASEZ का उद्घाटन मार्च 1965 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा ‘देश के पहले मुक्त व्यापार क्षेत्र’ के रूप में किया गया था।

सोहरा (चेरापूंजी)

25 जुलाई, 2021 को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी मेघालय यात्रा के दौरान सोहरा (चेरापूंजी) में ‘हरित सोहरा वनीकरण अभियान’ का शुभारंभ किया। मेघालय सरकार द्वारा असम राइफल्स के सहयोग से यह वनारोपण अभियान चलाया जाएगा।

  • उन्होंने ‘ग्रेटर सोहरा जलापूर्ति योजना’ का उद्घाटन भी किया। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्वोत्तर विशेष अवसंरचना योजना के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और मेघालय सरकार 25 करोड़ रूपए की लागत की इस योजना से हर परिवार, हर घर तक शुद्ध पीने का पानी नल से पहुँचाया जाएगा।
  • सोहरा, जिसे पहले ‘चेरापूंजी’ के नाम से जाना जाता था, को 1982 में मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में एक उप-मंडल के रूप में स्थापित किया गया था।
  • सोहरा को अक्सर दुनिया में सबसे नम स्थान होने का श्रेय दिया जाता है, लेकिन वर्मातन में चेरापूंजी के करीब ‘मासिनराम’ दुनिया का सबसे अधिक बारिश वाला और नम इलाका है।

जीके फ़ैक्ट

  • चेरापूंजी में भारतीय ग्रीष्म मानसून की बंगाल की खाड़ी के हिस्से से वर्षा होती है।