संज्ञानात्मक विकास संबंधी प्रमुख संकल्पना
विद्वान |
संज्ञानात्मक विकास |
जीन पियाजे |
संज्ञानात्मक विकास की चार अवस्था माना है।
संवेदी पेशीय अवस्था की छः उपअवस्था
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कोहलवर्ग |
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वाइगोट्रस्की |
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थार्नडाइक |
इसने सीखने के पांच सहायक तथा तीन महत्वपूर्ण नियम बताएं है- 1. तत्परता का नियमः इसमें कार्य करने की इच्छा निहित होती है?
2. अभ्यास का नियमः बार-बार दुहराने से सीखने का विकास होता है।
3. प्रभाव का नियमः इसे संतोष असंतोष का नियम कहा जाता है।
पांच सहयोगी नियम
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पी. पावलब |
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वाटसन तथा रेनर |
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स्किन्नर |
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कोहलर तथा कोफ्का |
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मनोवैज्ञानिक | प्रयोग हेतु उपयोग किए गए जानवर |
पावलब | कुत्ता |
थार्नडाइक | बिल्ली |
स्किन्नर | चूहा, कबूतर |
कोहलर एवं कोफ्रका | बंदर, चिपैंजी |