कला/संस्कृति

वांचुवा त्योहार

  • 18 अगस्त, 2021 को तिवा जनजाति द्वारा द्वारा अच्छी फसल होने के उपलक्ष्य में वांचुवा त्योहार (Wanchuwa festival) मनाया गया।
  • वांचुवा, पहाडि़यों में रहने वाले तिवा जनजातीय समुदाय के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, इसका कृषि से संबंध है, जो उनकी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है।
  • इस त्योहार पर समुदाय के लोग अपना पारम्परिक परिधान धारण करते हैं और नृत्य, गान और अनुष्ठानों का आयोजन करते हैं।
  • तिवा जनजातिः इस जनजाति को ‘लालुंग’ के नाम से भी जाना जाता है और यह असम तथा मेघालय राज्यों में रहने वाला स्वदेशी समुदाय है। इसकी कुछ आबादी अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के कुछ हिस्सों में भी पाई जाती है।
  • तिवा जनजाति के लोग भरपूर फसल के लिए प्रकृति की महान शक्ति की कृपा मानते हैं। ये लोग सूअरों की खोपड़ी और हिîóयों को देवी-देवताओं के रूप में स्थापित करते हैं और मानते हैं कि ये कई पीढि़यों तक इनकी सुरक्षा करेंगे।
  • तिवा झूम या स्थानांतरित खेती करते हैं, परिणामस्वरुप अधिक उपजाऊ मिट्टðी होती है, जो ताजा पोटाश से समृद्ध होती है।