​वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2022

अक्टूबर, 2022 को संयुत्तफ़ राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Global Multidimentional Poverty Index), 2022 जारी किया गया।

  • इस सूचकांक के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 111 देशों में 1-2 बिलियन (19-1 प्रतिशत) लोग बहुआयामी रूप से गरीब हैं।
  • बहुआयामी गरीबी की स्थिति वाले लोगों में लगभग आधे (593 मिलियन) 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों की है।
  • इसके अनुसार सर्वाधिक उप-सहारा अफ्रीका (579 मिलियन) तथा दक्षिण एशिया (385 मिलियन) में गरीब लोग रहते हैं।
  • उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया के क्षेत्रें में कुल गरीबी का 83 प्रतिशत लोग गरीब है।
  • कुल गरीबी का 83 प्रतिशत (964 मिलियन) ग्रामीण क्षेत्रें में तथा 17 प्रतिशत (198 मिलियन) शहरी क्षेत्रें में निवास करते हैं।

सूचकांक के आयाम और संकेतक

आयाम

संकेतक

कुल भार

शिक्षा

स्कूली शिक्षा

बाल नामांकन

प्रत्येक का 1/6 भार = कुल 2/6

स्वास्थ्य

बाल मृत्यु दर

पोषण

प्रत्येक का 1/6 भार = कुल 2/6

जीवन स्तर

बिजली, फर्श, पीने का पानी, स्वच्छता, खाना पकाने का ईंधन और संपत्ति

प्रत्येक का 1/18 भार = कुल 2/6

  • बहुआयामी गरीबी में भारत की मूल्य (अंसनम) वर्ष 2005-06 में 0.283 से बढ़कर 2019-21 में 0.069 हो गई है।
  • वर्ष 2005-06 से लेकर 2019-21 के दौरान भारत में 415 मिलियन लोग गरीबी से बाहर निकलने में सफल रहे।