जलवायु संकेतक और सतत् विकास पर रिपोर्ट

सितम्बर, 2021 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organçation- WMO) ने जलवायु संकेतकों और सतत् विकासः अंतर्संबंधों के प्रदर्शन (Climate Indicators and Sustainable Development: Demonstrating the Interconnection) पर एक नई रिपोर्ट प्रकाशित की है।

  • डब्ल्यूएमओ ने सात जलवायु संकेतकों (कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) सांद्रता, तापमान, महासागरीय अम्लीकरण और गर्मी, समुद्री बर्फ की सीमा, ग्लेशियर का पिघलना तथा समुद्र के स्तर में वृद्धि) का अध्ययन किया।
  • इसका प्रकाशन संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के वार्षिक सत्र और सितंबर 2021 में सतत् विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goal-SDG) के कार्य क्षेत्र के साथ मेल खाता है, जो एसडीजी पर कार्रवाई में तेजी लाने के लिये समर्पित है।

प्रमुख बिंदु

  • इससे जलवायु परिवर्तन, गरीबी, असमानता और पर्यावरणीय गिरावट, जलवायु तथा अंतरराष्ट्रीय विकास के बीच संबंधों को समझने में सहायता मिलती है। बढ़ते तापमान के परिणामस्वरूप वैश्विक और क्षेत्रीय परिवर्तन होंगे, जिससे वर्षा के पैटर्न तथा कृषि मौसम में बदलाव आएगा। अल नीनो (El Nixo) की घटनाओं की तीव्रता भी अधिक सूखा एवं बाढ़ की स्थिति पैदा कर रही है।
  • संयुक्त राष्ट्र के सभी 17 एसडीजी लक्ष्यों को CO2 की बढ़ती सांद्रता प्रभावित करेगी। मानव गतिविधियों के कारण बढ़ती CO2 सांद्रता वैश्विक जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारक है।