भारतीय परमाणु नीति जिसका आरंभिक वर्षों में सूत्रपात हुआ, दो सिद्धान्तों के इर्द-गिर्द बनी रही; शान्तिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा के उत्पादन/संग्रहण के लिए अनुसंधान और विकास की प्रोन्नति करना तथा परमाणु कार्यक्रम में स्वयं समर्थ होना। इस नीति के प्रमुख निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू और डॉक्टर होमी भाभा थे।
भारत की परमाणु नीति का मूल सिद्धांत पहले उपयोगी नहीं है तथा इसी आधार पर उसने 2003 में अपनी परमाणु नीति का सूत्रपात किया जो निम्न है-
न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी
|