वर्ष 2010 में निर्माण, खनन, उद्योग, अचल संपत्ति और जलविद्युत से पारिस्थितिकी तंत्र को होने वाले नुकसान से निपटने हेतु पारिस्थितिक विज्ञानी माधव गाडगिल की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया। समिति ने अपनी रिपोर्ट वर्ष 2011 में पर्यावरण मंत्रालय को सौंपी।
समिति की प्रमुख अनुशंसाएँ निम्नवत थीं-