एसेम शिखर सम्मेलन, एशिया और यूरोप के देशों के बीच एक द्विवार्षिक आयोजन है और यह एसेम प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।
यह आधिकारिक तौर पर 1 मार्च, 1996 को बैंकॉक, थाईलैंड में पहले ASEM शिखर सम्मेलन (ASEM1) में स्थापित किया गया।
इस समूह में 51 सदस्य देश और 2 क्षेत्रीय संगठन, यूरोपीय संघ और आसियान शामिल हैं।
समूह में शामिल देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 65%, वैश्विक आबादी का 60%, वैश्विक पर्यटन का 75% और वैश्विक व्यापार के 55% प्रतिनिधित्व करते हैं।
एशिया-यूरोप फाउंडेशन (Asia-Europe Foundation-ASEF) इसकी स्थायी संस्था है, जो सिंगापुर में स्थापित है।
भारत तथा एसेम
भारत वर्ष 2006 में एसेम प्रक्रिया में शामिल हुआ।
2008 में 7वें एसेम शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें भारत की ओर से पहली बार शिखर सम्मेलन स्तर की भागीदारी देखी गई थी।
भारत ने सक्रिय रूप से भागीदारी कर विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर सहायता की पेशकश की।
भारत ने पूर्व में जलवायु परिवर्तन पर सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पेशकश की। आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए भारत ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र व्यापक अभिसमय (United Nations Comprehensive Convention On International Terrorism) को अपनाने की अपील की।