ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर इंट्रा-ब्रिक्स सहयोग को तीन स्तंभों- राजनीतिक और सुरक्षा, आर्थिक और वित्तीय, एवं सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान के तहत बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया गया। शांति, कानून के शासन, मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता और प्रतिनिधिक बहुध्रुवीय अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया
भारत के लिए महत्व
ब्रिक्स, विश्व की 5 उभरती अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर लाता है, जो वैश्विक जनसंख्या का 41%, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24%, वैश्विक व्यापार का 16% और विश्व की कुल भूमि के 29.3% क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है।
चुनौती
चीन और ब्रिक्सः चीन ब्रिक्स का एक मजबूत सदस्य है, परन्तु उसकी विस्तारवादी नीति और वर्तमान में भारत के साथ डोकलाम विवाद तथा लद्दाख में उसकी विस्तारवादी रवैये ने भारत और चीन के सम्बन्धों में तनाव को पैदा किया है जो इस समूह के भविष्य हेतु सही नहीं कहा जा सकता है।
ब्रिक्स प्रमुख तथ्य
|