भारत में टीकाकरण कार्यक्रम को वर्ष 1978 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने ‘टीकाकरण के विस्तारित कार्यक्रम’ के रूप में शुरू किया था। यह विश्व के सबसे बड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक है। वर्ष 1985 में टीकाकरण कार्यक्रम को सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम’ (यूआईपी) के रूप में संशोधित किया गया, ताकि वर्ष 1989 से वर्ष 1990 तक देश के सभी जिलों को कवर करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जा सके।
टीकाकरण बीसीजी बेसिल कालमेट-ग्युरिन (बीसीजी) यह शिशुओं को ट्यूबरक्युलर मेनिंगजाइटिस और संचारित टीबी से बचाने के लिए दिया जाता है। बीसीजी का टीका जन्म पर या एक वर्ष तक जितनी जल्दी संभव हो उतनी जल्दी दिया जाता है।
|