दिसंबर 2019 में सरकार ने आरबीआई के परामर्श से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGBs) जारी करने का फैसला किया, ताकि त्याहारी सीजन के दौरान लोगों द्वारा सोने की खरीद को सुविधाजनक बनाया जा सके। ये बांड पहली बार 2015 में सरकार द्वारा पेश किए गए थे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) क्या है?
ये सरकारी प्रतिभूतियां हैं, जो सोने के ग्राम के गुणकों में होती है। ये भौतिक सोने में निवेश का एक विकल्प है।
इसके लाभ
लागत प्रभावी स्वर्ण निवेशः लॉकर में भौतिक सोने को सुरक्षित रखने के लिए लोगों को बैंकों में लॉकर प्राप्त करने के लिए किराए या सावधि जमा का भुगतान करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा SGB के इश्यू प्राइस पर 2.5% प्रतिवर्ष की ब्याज दर का आश्वासन दिया जाता है, जबकि भौतिक सोने पर भौतिक रिटर्न जोखिम भरा होता है।