देश के बड़े शहरी नगरों में रियल टाइम आधार पर वायु गुणवत्ता की निगरानी करने और जरूरी कार्रवाई करने के लिये जन जागरुकता में वृद्धि करने के लिये प्रधानमंत्री ने 06 अप्रैल, 2015 को राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक का शुभारंभ किया था।
अच्छी (0-50), संतोषजनक (51-100), सामान्य रूप से प्रदूषित (101-200), खराब (201-300), बहुत खराब (301-400) और गंभीर (401-500) नाम की छः वायु गुणवत्ता सूचकांक श्रेणियां हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक में आठ प्रदूषणकारी तत्त्वों (पीएम 10, पीएम 2.5, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, ओजोन, अमोनिया, सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड तथा लेड) पर विचार किया जाएगा।
वायु गुणवत्ता की वर्तमान माप के तहत वायु गुणवत्ता सूचकांक का आंकलन करने के लिये 8 मापदंडों को ध्यान में रखा जाता है। देशभर में कुल 36 सतत् परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों को राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक से जोड़ा गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक प्रदर्शन शुरुआती 10 शहरों में बढ़कर देश के 19 शहरों में किया गया है।
नागरिकों की और ज्यादा आसान समझ के लिये प्रत्येक शहर के आंकड़ों को समाविष्ट करके प्रतिदिन सायं 4-00 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक प्रकाशित किया जाता है।