भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गैर-बैंकिंग वित्तीय फर्मों के ‘परिसंपत्ति-देयता प्रबंधन’ (Asset-Liability Management) को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इन फर्मों के तरलता प्रबंधन ढांचे (liquidity management framework) को सख्त कर दिया।
एसेट-लायबिलिटी मैनेजमेंट
परिसंपत्ति-देयता प्रबंधन (ALM) वित्तीय लेखांकन (financial accounting) में परिसंपत्तियों और देनदारियों के बीच बेमेल के कारण उत्पन्न वित्तीय जोखिमों (financial risks) के प्रबंधन की एक प्रक्रिया है।
अन्य शब्दों में, किसी फर्म के समय पर देयता का भुगतान नहीं करने के जोखिम को कम करने के लिए परिसंपत्तियों और नकदी प्रवाह के उपयोग के प्रबंधन की प्रक्रिया परिसंपत्ति-देयता प्रबंधन या एसेट-लायबिलिटी मैनेजमेंट कहलाती है। अच्छी तरह से प्रबंधित परिसंपत्ति व देयताएं व्यवसाय के मुनाफे को बढ़ाती हैं।
तरलता कवरेज अनुपात
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