अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में भारत की बेरोजगारी दर 3.5% (संशोधित अनुमान) अनुमानित है जबकि 2018 में बेरोजगार लोगों की संख्या में 18.6 मिलियन की बढ़ोत्तरी का अनुमान है। वैश्विक स्तर पर यह दर 5.5% अनुमानित है।
बेरोजगारी अवलोकन
बेरोजगारी श्रम की मांग और उसकी पूर्ति के बीच उपजे असंतुलन का फलन है। आर्थिक मंदी के दौरान इस तरह की स्थिति प्रायः देखने में आती है।
भारत में ग्रामीण क्षेत्र में प्रच्छन्न एवं मौसमी बेरोजगारी पाई जाती है-
बेरोजगारी के सामान्य प्रकार
मनरेगा
2 फरवरी, 2006 से प्रारंभ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) 2008-09 से देश के सभी जिलों में लागू है। यह योजना विश्व की ऐसी पहली योजना है जिसके अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र के अकुशल श्रमिकों को रोजगार की गारंटी दी जाती है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
ग्रामीण विकास मंत्रालय का उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को देश की मुख्यधारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए उनकी गरीबी दूर करना है।