भूटान के प्रधानमंत्री ल्योंचेन डॉ. लोटे शेरिंग दिसंबर 2018 को भारत की राजकीय यात्रा पर रहे। नवंबर 2018 में पद संभालने के बाद प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग की यह पहली विदेश यात्रा थी। भारत भूटान की बारहवीं पंचवर्षीय योजना के लिए 4500 करोड़ रुपए की अनुदान सहायता और पाँच वर्षों की अवधि में द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए 400 करोड़ रुपये की एक संक्रमणकालीन व्यापार सहायता सुविधा प्रदान करेगा। आर्थिक सहयोग को और अधिक विस्तारित करने के महत्व को समझते हुए, दोनों प्रधानमंत्रियों ने भूटान में चल रही द्विपक्षीय पनबिजली परियोजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की और उनके कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए सहमत हुए।
उन्होंने भूटान में 10,000 मेगावाट जल विद्युत उत्पादन क्षमता को संयुक्त रूप से विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने भूटान में 720 मेगावाट की मंगदेछु जलविद्युत परियोजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और इसके शीघ्र आरंभ होने की आशा व्यक्त की। उन्होंने भूटान की मंगदेछु परियोजना से अधिशेष बिजली के भारत में निर्यात के लिए शुल्क पर दोनों पक्षों में हुए पारस्परिक रूप से लाभप्रद समझौते का स्वागत किया