भारत और भूटान राजनयिक सम्बन्धों की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत और भूटान के बीच राजनयिक सम्बन्धों की शुरूआत 1968 में हुई थी। भारत ने 1968 में थिंपु में विशेष कार्यालय की स्थापना की थी। 1949 में भारत-भूटान समझौते के तहत भारत ने भूटान को वह सारी जमीन लौटा दी, जो अंग्रेजों के अधीन थी। इस समझौते ने ही भारत-भूटान के मध्य मैत्री संधि का रूप लिया। भारत-भूटान मैत्री संधि को फरवरी, 2007 में नवीनीकृत करने से आपसी संबंध और मजबूत हुए।
पिछले पांच दशकों से भी ज्यादा समय से भारत और भूटान के विशेष संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। भारत और भूटान के एक-दसरे के साथ लम्बे समय से कूटनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध चले आ रहे हैं। भारत के लिए इन दिनों भूटान एक अहम देश बना हुआ है। छोटा होने के बावजूद यह देश भारत के लिए सामरिक और राजनयिक रूप से मायने रखता है।