चौथे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान भारत सरकार और नेपाल सरकार के बीच रक्सौल (भारत) और काठमांडो (नेपाल) के बीच ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हुए। रक्सौल-काठमांडो रेलमार्ग से दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा और थोक में सामान की आवाजाही सरल हो सकेगी।
इस रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण कार्य भारत की कंपनी कोंकण रेल कार्पोशन करेगा। यह समझौता इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि दो साल पहले ही चीन ने तिब्बत से नेपाल के बीच रेलमार्ग स्थापित करने पर सहमति जतायी थी।
भारत और नेपाल के बीच तीन और रेलमार्ग स्थापित करने की योजना है। इनमें न्यू जलपाईगुड़ी-काकरभित्ता, नौटवाना-भैरा“वा और नेपालगंज रोड-नेपालगंज रेलमार्ग शामिल हैं।
नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने 31 अगस्त, 2018 को संयुक्त रूप से काठमांडू में 400 बिस्तरों वाली नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला का उद्घाटन किया। यह परियोजना काठमांडू में पशुपति मंदिर क्षेत्र परिसर के भीतर नेपाल-भारत मैत्री धर्मशाला के निर्माण के लिए भारत सरकार और पशुपति क्षेत्र विकास न्यास के बीच समझौता ज्ञापन के ढांचे के अंतर्गत कार्यान्वित की गई थी। नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला का पूरा होना दो देशों के बीच सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संबंधों को मजबूत करने में एक और उपलब्धि है।