भारत और बांग्लादेश की संयुक्त कूटनीतिक पहल के बाद रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए चीन म्यांमार सरकार पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेगा। इसकी शुरुआत करने के लिए भारत की तरह चीन भी म्यांमार के रखाईन प्रांत में शरणार्थियों के लिए 1000 मकानों का निर्माण करेगा। ज्ञात हो कि भारत ने रखाईन विकास परियोजना के तहत रखाईन राज्य में विस्थापित रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए बनाए गए पहले 50 घरों को म्यांमार को सौंप दिया है। भारत ने पिछले साल के अंत में रखाइन के लिए एक विकास कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें विस्थापित व्यक्तियों के लौटने के लिए घर निर्माण में म्यांमार सरकार की सहायता करने की बात कही गई थी। इस विकास परियोजना के पहले चरण के अंतर्गत ढाई सौ घर बनाने की योजना बनाई गई है।