टीकाकरण कार्यक्रम को विस्तारित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अक्टूबर, 2017 को सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत सरकार का लक्ष्य है कि दो वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे और उन सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुंचना है, जो नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच गए हैं। विशेष अभियान के तहत टीकाकरण पहुँच में सुधार के लिए सरकार सारे देश में टीकाकरण कवरेज को 2020 की अपेक्षा 2018 में लगभग 90 प्रतिशत प्राप्त करना चाहती थी। आईएमआई के शुभारंभ के साथ लक्ष्य की प्राप्ति को उन्नत किया गया है।
भारत सरकार, यूआईपी/राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में नए टीकों जैसे कि रोटावायरस वैक्सीन, आईपीवी, वयस्क जेई वैक्सीन, न्यूमोकोकल संयुग्म वैक्सीन (पीसीवी) और खसरा-रूबेला (एमआर) वैक्सीन की शुरूआत के माध्यम से टीका निवारणीय रोगों जैसे कि डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस, पोलियो, खसरा, बचपन में होने वाली तपेदिक, हेपेटाइटिस बी, मेनिन्जाइटिस और न्यूमोनिया (हेमोफिलस इन्फ्रलूएंजा टाइप बी संक्रमण) का गंभीर रूप, जेई स्थानीय जिले में जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई) से मुकाबला करने के लिए टीकाकरण प्रदान कर रही है।