मानव शरीर में विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीव होते हैं, जिनमें मुख्य रूप से जीवाणु हैं। इन्हें ही ‘‘मानव माइक्रोबायोम’’ कहा जाता है।
ये जीव होस्ट फिजियोलॉजी (मेजबान शरीर विज्ञान) के कई पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये जीव जटिल कार्बोहाईड्रेट और वसा को आवश्यक विटामिन में परिवर्तित करने के चयापचय से लेकर इम्यून सिस्टम को बनाए रखने तथा पैथोजेन्स (Pathogens) के विरुद्ध रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
माइक्रोबायोम प्रोजेक्ट का महत्व
‘नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस’ The National Centre for Cell Science के वैज्ञानिकों ने स्वस्थ भारतीय व्यक्तियों के आंत माइक्रोबायोटा पर मेटा-विश्लेषण किया है और इसकी तुलना दुनिया के अन्य हिस्सों के लोगों से की है। इस विश्लेषण से पता चला है कि भारतीयों में एक अलग आंत माइक्रोबियल मौजूद हैं। यही कारण है कि भारतीय माइक्रोबायोम पर गहन शोध की आवश्यकता है।
भारत में बड़ी संख्या में आदिवासी आबादी मौजूद हैं, जो आधुनिक आहार संबंधी आदत और जीवनशैली से अप्रभावित हैं। जीवनशैली से संबंधित विकारों जैसे मोटापा और मधुमेह का प्रसार दुनिया भर में गैर-जनजातीय (शहरीकृत) आबादी की तुलना में आदिवासी आबादी में काफी कम है।
इसलिए, वैज्ञानिकों का कहना है कि जनजातीय आबादी पर एक अध्ययन आंत माइक्रोबायोटा और होस्ट के बीच पारस्परिक आश्रय का सिद्धांत (Mutualism) के विकास के ज्ञान को समझने में मदद करेगा।
100K जीनोम एशिया प्रोजेक्ट जीनोम एशिया 100K नामक एक गैर-लाभकारी कॉन्सॉर्टियम ने एशियाई आबादी के लिए सटीक दवा अनुप्रयोगों को तेज करने की उम्मीद में 1,00,000 एशियाई व्यक्तियों के जीन को अनुक्रमित करने की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। इसका उपयोग डेटा विज्ञान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में किया जा सकता है। इसके लिए 12 दक्षिण एशियाई देशों और कम से कम सात उत्तर और पूर्वी एशियाई देशों के प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में सभी प्रमुख एशियाई जातीय समूहों के लिए चरणबद्ध रेफरेंस जीनोम बनाने पर केंद्रित होगी, जो इस क्षेत्र के जनसंख्या इतिहास और संरचना को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अनुमानित स्थानीय पूर्वजों के संदर्भ में रोगग्रस्त और स्वस्थ व्यत्तिफ़यों के गहन विश्लेषण की अनुमति देने के लिए 1,00,000 व्यक्तिगत जीनोमों की अनुक्रमित माइक्रोबायोम क्लिनिकल और फेनोटाइप जानकारी के साथ जोड़ा जाएगा। |