सशस्त्रसीमा बल (एसएसबी)

उद्देश्य

वर्ष 1962 में भारत-चीन संघर्ष के पश्चात् विशेष सेवा ब्यूरो का गठन वर्ष 1963 के प्रारंभ में सीमापार से विध्वंस, घुसपैठ और तोड़-फोड़ के खतरे के प्रति सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों का मनोबल बढ़ाने और उनमें क्षमता का निर्माण करने के लिए मौजूदा सशस्त्र सीमा बल के पूर्ववर्ती बल के रूप में किया गया था।

प्रमुख कार्य

गृह मंत्रलय के अधीन यह बल वर्ष 2001 में सीमा चौकसी बल बन गया और इसके कर्तव्यों के चार्टर में संशोधन करके इसका नाम ‘सशस्त्र सीमाबल’ रखा गया। इसे भारत-नेपाल सीमा तथा भारत-भूटान सीमा पर चौकसी की जिम्मेदारी दी गई है।

एस एस बी की तैनाती 1,751 किमी- लंबे क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा पर ओर 699 किमी- लंबी भारत-भूटान सीमा पर की गई है। इस बल के 06 फ्रेटियर्स और 18 सेक्टर मुख्यालय (14 सीमा पर, 02 विशेष अभियानों के लिए और 02 गठन के अधीन) है। नेपाल और भूटान, दोनों सीमाओं पर जिम्मेदारी का क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 15 किमी- की दूरी तक है। इसके अतिरिक्त, एसएसबी की तैनाती सीआई भूमिका/एएनओ कर्तव्यों के लिए जम्मू एवं कश्मीर, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड एवं ओडिशा राज्यों में भी की गई है।