सिविल सर्विसेज मेन्स परीक्षा 2020 भूविज्ञान पेपर II
खण्ड-A
1. (a) खनिजों का अपवर्तनांक आप कैसे मापेंगे और सूक्ष्मदर्शी के नीचे उच्च और निम्न भू-आकृति में भेद कैसे करेंगे? 10
(b) एक क्रिस्टल के सममिति तत्वों के संबंध में लिखिए। 10
(c) तापीय रूपांतरण के कारण शैलों द्वारा प्रदर्शित प्रमुख लक्षणों को स्पष्ट कीजिए। 10
(d) मैग्मा के क्रिस्टलीकरण को समझने के लिए एल्बाइट-एनोर्थाइट ठोस विलयनों का तात्पर्य उपयुक्त उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए। 10
(e) अवसादी शैलों को समान्यतः उनके निर्माण के प्रक्रम के आधार पर कैसे वर्गीकृत करते हैं? 10
2. (a) मोनोक्लिनिक एम्फीबोल्स की क्रिस्टल संरचना का वर्णन कीजिए और खनिज उदाहरण का उल्लेख उनके सूत्रों के साथ कीजिए। उनकी परा-उत्पत्ति (पेराजनेसिस) पर एक टिप्पणी भी लिखिए। 20
(b) प्रक्षेपण रेखाचित्रें द्वारा षट्कोणीय प्रणाली के क्रिस्टलीय रूपों के संबंध में संक्षेप में वर्णन कीजिए। 15
(c) खनिजों के प्लीओक्रोइज्म की परिभाषा दीजिए और खनिजों में भेद करने के लिए प्लीओक्रोइज्म की उपयोगिता सोदाहरण बताएं। 15
3. (a) शैल के गठन शब्द से आप क्या समझते हैं? आग्रेय शैलों के गठनों के साथ मैग्मज क्रिस्टलीकरण प्रक्रम का संबंध आप कैसे स्थापित करेंगे? 20
(b) एनोर्थोसाइटस की पेट्रोजनेसिस की आलोचनात्मक विवेचना कीजिए। एनोर्थोसाइटस के वितरण के विवर्तनिक महत्व पर टिप्पणी कीजिए। 20
(c) अशुद्ध कार्बोनेट शैलों पर पुनःक्रमण कायांतरण के प्रभावों की व्याख्या कीजिए। 10
4. (a) पुरःक्रमणीय डेल्टायिक पर्यावरण में विकसित होने की संभावना वाले अवसादी संलक्षणी और संलक्षणी सहचर्यों को साफ चित्रों द्वारा स्पष्ट कीजिए। 20
(b) ‘निक्षेपण पर्यावरण को समझने में लाभकारी गठनीय घटकों पर आधारित कार्बोनेट शैलों का वर्गीकरण’। तर्कों के साथ कथन को उचित सिद्ध करें। 20
(c) पेट्रोग्राफिक अध्ययनों से कार्बोनेट शैलों में आप किस प्रकार अंतर्हित प्रसंघाती सीमेंट को पहचानेंगे। अपने उत्तर के समर्थन में स्वच्छ चित्र बनाएं। 10
खण्ड-B
5. (a) सहजात और पश्चजात अयस्क निक्षेपों के निर्माण के प्रक्रमों की उचित उदाहरणों के साथ व्याख्या कीजिए। 10
(b) भारत के पूर्वी तटीय बॉक्साइट निक्षेपों के भूविज्ञान का वर्णन कीजिए। 10
(c) संघारणीय खनिज विकास प्राप्त करने के लिए खनिज संशाधनों के संरक्षण की विभिन्न विधियों की विवेचना कीजिए। 10
(d) कुछ विशेष गुणों के निर्धारण में खनिजों के रासायनिक आबंधन की भूमिका को उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए। 10
(e) समुद्र तल परिवर्तनों के कारणों के संबंध में लिखिए। 10
6. (a) विभिन्न प्रकारों के लेड-जिंक अयस्क निक्षेपों की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए। अयस्क निर्माण के प्रक्रम को स्पष्ट करने के लिए अपने उत्तर को आरेखीय चित्रों से समझाएं। 20
(b) भारतीय शील्ड के विभिन्न भागों के महत्वपूर्ण क्रोमाइट निक्षेपों के भूविज्ञानीय अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए। 20
(c) कोल बेड मीथेन क्या है? इसका शोषण कैसे होता है? 10
7. (a) वे कौन से कारक हैं जो निकट सतह पर्यावरण में तत्वों की गतिशीलता को प्रभावित करते हैं? एक भू-रसायनिक अन्वेषण कार्यक्रम के लिए सूचक तत्वों के चयन में तत्वों की गतिशीलता की समझ कैसे सहायक होती है। 20
(b) एक वेन-प्रकार की कॉपर अयस्क काय पूर्व-पश्चिम (E-W) की ओर 90º पर झुकी है और खुले पृष्ठ पर उसकी प्रहार लम्बाई 150 मीटर है। अयस्क काय के पार सतत अंतराल पर चार खाई बनायी गई हैं, जिनमें से एक-एक काय के E और W सिरों पर है। अयस्क काय की मोटाई और खाइयों से मापे गए आमापन मान सारिणी में दिए गए हैं।
मान लो अयस्क काय 50 मी तक फैली है और अयस्क का विशिष्ट घनत्व 2.8 है तो अयस्क काय के टन भार, कोटि और कुल कॉपर अंश की गणना कीजिए।
खाई संख्या | अयस्क काय की मोटाई | धातु-रख |
Trench number (E to W) | (Thickness of ore body (m) | Assay (wt.% Cu) |
1 | 2.5 | 1.2 |
2 | 2.1 | 1.6 |
3 | 1.6 | 2.0 |
4 | 1.8 | 1.5 |
(c) खनिज पूर्वेक्षण की भूकंपी विधियों की व्याख्या कीजिए। 10
8. (a) ‘आदि मैंटल’ से आप क्या समझते हैं। मैंटल संघटन पर कोसमो-रसायन और प्रेक्षण बाह्यताओं का वर्णन कीजिए। 20
(b) पर्यावरण पर ज्वालामुखी विस्फोटों के प्रभाव की व्याख्या कीजिए। 20
(c) भू-स्खलन रोकने के उपायों का संक्षेप में वर्णन कीजिए। 10