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सतत ऊर्जा के लिए नियामक संकेतक
काटोवाइस, पोलैंड (सीओपी-24) में प्रस्तुत की गई "सतत ऊर्जा के लिए नियामक संकेतक" (RISE)-2018 रिपोर्ट को जारी किया गया-
A |
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा
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B |
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (UNFCCC) द्वारा
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C |
विश्व बैंक द्वारा
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D |
वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF) द्वारा
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Explanation :
"सतत ऊर्जा के लिए नियामक संकेतक" (RISE) -2018 पर विश्व बैंक द्वारा सतत ऊर्जा नीतियों पर वैश्विक प्रगति को दर्शाते हुए काटोवाइस, पोलैंड (सीओपी-24) में रिपोर्ट जारी की गई।
- "सतत ऊर्जा के लिए नियामक संकेतक" (RISE) रिपोर्ट:
- वैश्विक नीतियों पर, RISE अपनी तरह का पहला स्कोरकार्ड है, जो कि ऊर्जा का उपयोग, ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे तीन क्षेत्रों में 111 देशों को श्रेणीबद्ध करता है।
- इस रिपोर्ट का उद्देश्य सरकारों को यह आकलन करने में मदद करती है कि सतत ऊर्जा प्रगति की दिशा में उनकी कोई नीति या विनियामक ढांचा स्थापित है तथा निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए और अधिक क्या किया जा सकता है।
- भारत के सम्बंध में रिपोर्ट: अक्षय ऊर्जा नीलामी में भारत की बड़ी सफलता के लिए रिपोर्ट में भारत की सराहना की गई है, जो कि सौर ऊर्जा के लिए रिकॉर्ड-सेटिंग कम कीमत प्रदान करता है।
स्रोत: worldbank.org
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