प्रोफेसर गोपी चंद नारंग
- 17 Jun 2022
15 जून 2022 को प्रसिद्ध उर्दू विद्वान, भाषाविद्, साहित्यिक आलोचक और साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर गोपी चंद नारंग का 91 वर्ष की आयु में संयुक्त राज्य अमेरिका में निधन हो गया है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- उन्हें भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार दोनों द्वारा सम्मानित किया गया था।
- वह भारत में पद्म भूषण और पाकिस्तान में सितारा-ए-इम्तियाज (Sitara-i-Imtiaz) के प्राप्तकर्ता हैं।
- प्रोफेसर गोपी चंद नारंग को 2004 में पद्म भूषण और 1995 साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
- उन्होंने ग़ालिब, मीर तकी मीर और फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के कार्यों को समझाने पर बड़े पैमाने पर काम किया।
- 'उर्दू ग़ज़ल और हिंदुस्तानी ज़ेहन-ओ तहज़ीब' उनकी प्रमुख कृतियों में से एक है। उन्होंने अपने करियर में 60 से ज्यादा किताबें लिखी हैं। वे संस्कृत और फारसी के भी विद्वान थे।
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