प्लूटो की सतह पर वायुमंडलीय दाब
- 02 Mar 2022
भारत, ब्राजील और फ्रांस के शोधकर्ताओं की एक टीम के एक अध्ययन के अनुसार प्लूटो की सतह पर वायुमंडलीय दाब (Atmospheric pressure) पृथ्वी पर औसत समुद्र स्तर पर वायुमंडलीय दाब से 80,000 गुना कम है।
महत्वपूर्ण तथ्य: शोधकर्ताओं द्वारा दाब की गणना 6 जून, 2020 को प्लूटो द्वारा तारकीय प्रच्छादन (stellar occlusion) के अवलोकन से प्राप्त आंकड़ों द्वारा की गई थी, जिसके लिए देवस्थल, नैनीताल में स्थित 3.6-मीटर देवस्थल ऑप्टिकल टेलीस्कोपऔर 1.3-मीटर देवस्थल फास्ट ऑप्टिकल टेलीस्कोप का उपयोग किया गया था।
- खगोल विज्ञान में ऐसे प्रच्छादन (occlusion) तब होते हैं, जब कोई खगोलीय वस्तु उनके बीच से गुजरने वाली किसी अन्य खगोलीय वस्तु के कारण पर्यवेक्षक की दृष्टि से ओझल हो जाती है।
- शोधकर्ताओं ने इसके लिए 'प्रकाश वक्रों के सिग्नल-टू- नॉइज अनुपात' (signal-to-noise ratio of the light curves) का उपयोग किया और प्लूटो का वायुमंडलीय दाब 12.23 μbar पाया, जो पृथ्वी पर औसत समुद्र तल पर पर वायुमंडलीय दाब से 80,000 गुना कम है।
- प्लूटो पर बड़े डिप्रेशन के कारण यह ग्रह ऐसे तीव्र मौसमी सोपानों से ग्रस्त है, जिन्हें ‘स्पुतनिक प्लैनिटिया’ के रूप में जाना जाता है। नाइट्रोजन बर्फ से वाष्प के दबाव के कारण प्लूटो के वायुमंडलीय दाब में मौसमी परिवर्तनशीलता (seasonal variability) है।
- इसके अलावा, प्लूटो के ध्रुव दशकों तक स्थायी सूर्य के प्रकाश या अंधेरे में 248 साल की लंबी कक्षीय अवधि में बने रहते हैं।
- 1988 और 2016 के बीच प्लूटो द्वारा किए गए ऐसे बारह तारकीय प्रच्छादनों के संकलन ने इस अवधि के दौरान वायुमंडलीय दाब में तीन गुना (एक जैसी) वृद्धि दिखाई।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे