'आधुनिक युग के डार्विन' ई.ओ. विल्सन का निधन
- 12 Jan 2022
'आधुनिक युग के डार्विन' के रूप में प्रसिद्ध अमेरिकी प्रकृतिवादी एडवर्ड ओ. विल्सन का 26 दिसंबर, 2021 को मैसाचुसेट्स में निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे।
(Image Source: https://www.pbs.org/
- ब्रिटिश प्रकृतिवादी डेविड एटनबरो के साथ, विल्सन को प्राकृतिक इतिहास और संरक्षण के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी लोगों में से एक माना जाता था।
- विल्सन को 'डार्विन का प्राकृतिक उत्तराधिकारी' कहा जाता था और एक कीटविज्ञानी के रूप में उनके अग्रणी कार्य के लिए उन्हें 'आंट मैन' (the ant man) भी कहा जाता था।
- विल्सन की 'हाफ-अर्थ' (Half-Earth) परियोजना में ग्रह की आधी भूमि और समुद्र की रक्षा करने का आह्वान किया गया है ताकि प्रजातियों की विलुप्ति को रोकने के लिए पर्याप्त विविध और अच्छी तरह से जुड़ा पारिस्थितिकी तंत्र हो।
- उन्हें दो बार पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था- 1979 में 'ऑन ह्यूमन नेचर' (On Human Nature) और 1991 में 'द आंट्स' (The Ants) के लिए।
- विल्सन की 1975 की पुस्तक 'सोशियोबायोलॉजी: द न्यू सिंथेसिस' से विवाद हो गया था, जिसमें उन्होंने लिखा था परोपकार या शत्रुता जैसे मानवीय व्यवहार जीन या प्रकृति द्वारा निर्धारित होते हैं, न कि वातावरण या लालन-पालन से।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे