गोधरा दंगों की जांच करने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश नानावती का निधन
- 21 Dec 2021
2002 के गोधरा दंगों और 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच करने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति गिरीश ठाकोरलाल नानावती का 18 दिसंबर, 2021 को निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे।
(Image Source: https://www.telegraphindia.com/)
- नानावती को 11 फरवरी, 1958 को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था।
- नानावती को 31 जनवरी, 1994 को ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें 28 सितंबर, 1994 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया था।
- नानावती को 6 मार्च, 1995 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और वे 16 फरवरी, 2000 को सेवानिवृत्त हुए।
- जस्टिस नानावती और जस्टिस अक्षय मेहता ने 2014 में ‘2002 के गोधरा दंगों पर अपनी अंतिम रिपोर्ट’ गुजरात की तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को सौंपी थी। 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने दंगों की जांच के लिए आयोग को नियुक्त किया था।
- नानावती को एनडीए सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए नियुक्त किया था। वे नानावती आयोग के एकमात्र सदस्य थे।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे