असम में लगाया गया दुनिया का पहला आनुवंशिक रूप से संशोधित रबड़
- 26 Jun 2021
22 जून, 2021 को 'रबड़ बोर्ड अनुसंधान फार्म' ने गुवाहाटी के बाहरी इलाके में दुनिया का पहला आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) रबड़ का पौधा लगाया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इसे केरल स्थित 'भारतीय रबड़ अनुसंधान संस्थान' (RRII) द्वारा पूर्वोत्तर की जलवायु परिस्थितियों के अनुरूप विकसित किया गया है।
- इस आनुवंशिक रूप से संशोधित रबड़ में 'मैंगनीज युक्त सुपरऑक्साइड डिसम्यूटेज' (MnSOD) जीन को अंतर्वेशित किया (Inserted) गया है।
- MnSOD जीन में पौधों को ठंड और सूखे जैसे गंभीर पर्यावरणीय स्थितियों के प्रतिकूल प्रभावों से बचाने की क्षमता होती है।
- शीतकाल के दौरान मृदा की शुष्कता के कारण रबड़ के पौधों की वृद्धि रुक जाती है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में इस फसल की परिपक्वता अवधि लंबी होती है।
- प्राकृतिक रबड़ उष्ण आर्द्र अमेजन वनों की मूल प्रजाति है और यह भारत में रबड़ के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक पूर्वोत्तर में शीत परिस्थितियों के लिए स्वाभाविक रूप से अनुकूल नहीं है।
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