आईएनएस संधायक
- 11 Jun 2021
भारतीय नौसेना के अपनी श्रेणी के पहले स्वदेश में डिजाइन एवं निर्मित हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण जहाज ‘आईएनएस संधायक’ (INS Sandhayak) को 40 साल तक देश की सेवा करने के बाद 4 जून, 2021 को सेवामुक्त कर दिया गया।
- संधायक की अवधारणा भारत सरकार के तत्कालीन मुख्य जल-सर्वेक्षक पद्म श्री प्राप्त रीयर एडमिरल एफएल फ्रेजर द्वारा तैयार की गई थी।
- 1978 में जीआरएसई कोलकाता (GRSE Kolkata) में जहाज के निर्माण का आगाज हुआ था तथा इसे 26 फरवरी, 1981 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
- इस जहाज ने अपनी सेवा के दौरान देश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों तटों, अंडमान सागर तथा पड़ोसी देशों में लगभग 200 प्रमुख हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण और कई छोटे सर्वेक्षण किए।
- सर्वेक्षण मिशनों के अलावा, जहाज कई महत्वपूर्ण अभियानों में सक्रिय भागीदार रहा है।
- ऑपरेशन पवन (1987 में श्रीलंका में भारतीय शांति सेना की सहायता करना);
- ऑपरेशन सारंग;
- ऑपरेशन रेनबो (2004 की सुनामी के बाद मानवीय सहायता प्रदान करना);
- प्रथम संयुक्त भारत-अमेरिका मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास 'टाइगर-ट्रायम्फ' (Tiger-Triumph) में भागीदारी
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