दिव्यांगजन पुनर्वास पर समुदाय आधारित समावेशी विकास कार्यक्रम
- 20 May 2021
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. थावरचन्द गहलोत ने 19 मई, 2021 को वर्चुअल माध्यम में ‘दिव्यांगजन पुनर्वास पर 6 महीने का समुदाय आधारित समावेशी विकास कार्यक्रम’ [Community Based Inclusive Development (CBID) Program] लॉन्च किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय स्तर पर ‘जमीनी पुनर्वास कर्मियों’ (grass-root rehabilitation workers) का एक पूल बनाना है, जो आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों के साथ दिव्यांगता से जुड़े विभिन्न विषयों का निपटान कर सकें और समाज में दिव्यांगजनों के समावेशन में मदद कर सकें।
- कार्यक्रम इन कर्मियों के दक्षता आधारित ज्ञान और कौशल के आधार पर तैयार किया गया है ताकि वे वे अपने कर्तव्यों का सफलतापूर्वक निर्वहन करने की क्षमता को बढ़ा सकें। इन कर्मियों को ‘दिव्यांग मित्र’ कहा जाएगा।
- ‘भारतीय पुनर्वास परिषद’ दिव्यांगजनों के अधिकारिता विभाग के 7 राष्ट्रीय संस्थानों और समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यक्रम में अनुभव रखने वाले 7-9 स्वैच्छिक संगठनों में दो बैचों के लिए पायलट आधार पर पाठ्यक्रम शुरू करना चाहता है।
- प्रारंभ में यह कार्यक्रम अंग्रेजी, हिंदी और 7 क्षेत्रीय भाषाओं, गुजराती, मराठी, उड़िया, बंगाली, तेलुगु, तमिल और गारो में उपलब्ध होगा।
- इस CBID पाठ्यक्रम को दिव्यांगता के क्षेत्र में सहयोग के लिए 22 नवंबर, 2018 को ऑस्ट्रेलिया सरकार और भारत सरकार के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के तहत एक संयुक्त पहल के रूप में 'भारतीय पुनर्वास परिषद' और मेलबर्न विश्वविद्यालय' द्वारा सह-डिजाइन किया गया है।
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