प्रख्यात कवि शंख घोष का निधन
- 30 Apr 2021
प्रख्यात कवि और आलोचक शंख घोष का 21 अप्रैल, 2021 को कोलकाता में निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे।
- उनका जन्म 6 फरवरी, 1932 को चांदपुर में हुआ था, जो वर्तमान में बांग्लादेश में है।
- घोष शक्ति चट्टोपाध्याय, अलोकरंजन दासगुप्ता और सुनील गंगोपाध्याय के साथ बंगाली कविता की सबसे महत्वपूर्ण हस्तियों में से एक थे। घोष को रवींद्र नाथ टैगोर की साहित्यिक विरासत को आगे बढ़ाने वाला रचनाकार माना जाता है।
- कवि ने 'माटी' नामक कविता के माध्यम से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम का भी कड़ा विरोध व्यक्त किया था। उनकी अन्य प्रसिद्ध कविताएँ हैं, 'आंदोलन', 'मुख धेके जाई बिग्गापोन', 'चुप कोरो' और 'बोहिरागोतो'।
- उन्हें 2016 में ज्ञानपीठ पुरस्कार और 2011 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। घोष को उनके कविता संग्रह 'बाबारेर प्रार्थना' के लिए 1977 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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