जैव-कैप्सूल
- 18 Mar 2021
मार्च 2021 में भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (IISR) ने जैव-कैप्सूल (bio-capsules) के लिए पेटेंट प्राप्त किया है, यह एक ऐसी तकनीक है जो पिछले दशक में विकसित हुई थी।
- जैव कैप्सूल संस्थान के तीन वैज्ञानिकों आनंद राज, आर. दिनेश और वाई.के. बीनी द्वारा विकसित किए गए थे।
- इस तकनीक में सूक्ष्म जीव शामिल होते हैं, जिन्हें एक कैप्सूल में एकत्र और संपीड़ित किया जाता है, जिसका उपयोग कृषि में उर्वरकों के विकल्प के रूप में किया जा सकता है।
- जैव- कैप्सूल में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को कम करने के अलावा मृदा की गुणवत्ता और पर्यावरणीय मानकों में सुधार करने की क्षमता पाई जाती है।
- भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (IISR), कोझीकोड (कालीकट) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) का एक घटक निकाय है, जो मसालों पर शोध के लिए समर्पित एक प्रमुख संस्थान है। 1975 के दौरान केरल के कोझीकोड में इसने केंद्रीय बागान फसल अनुसंधान संस्थान (CPCRI) के एक क्षेत्रीय स्टेशन के रूप में शुरुआत की थी।
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